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'इसीलिए टीम इंडिया पाकिस्तान नहीं जाती' – जाकिर नाइक के साथ नजर आए मोहम्मद हफीज, भारतीय फैंस ने जमकर किया ट्रोल

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पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज ने भगोड़े इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक से मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं, जो वर्तमान में पाकिस्तान की यात्रा पर हैं। हफीज ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जाकिर नाइक के साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा, "डॉ. जाकिर नाइक से मिलकर खुशी हुई।"

जाकिर नाइक एक विवादास्पद धार्मिक व्यक्ति हैं, जिन पर गैरकानूनी गतिविधियों और धार्मिक कट्टरता फैलाने के आरोप हैं। भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) उन्हें वांछित अपराधी मानती है। 2017 में, बांग्लादेशी अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हुए हमले के एक आरोपी को जाकिर नाइक की विचारधारा से प्रेरणा मिली थी। इस हमले में 22 लोगों की मौत हुई थी।

उसी साल, भारत की NIA ने भी जाकिर नाइक पर अवैध गतिविधियों और सांप्रदायिकता भड़काने का आरोप लगाया, जिसके चलते उन्होंने मलेशिया में शरण ली। मलेशिया ने उन्हें सुरक्षा दी और उनकी दुबई स्थित पीस टीवी और मुंबई स्थित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) जैसी संस्थाओं को संचालित करने की अनुमति दी।

मोहम्मद हफीज हुए ट्रोल

जाकिर नाइक के साथ तस्वीरें साझा करने पर हफीज को सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा। भारतीय प्रशंसकों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।

हफीज ने पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों की आलोचना की

हाल ही में हफीज ने पाकिस्तानी क्रिकेट के पूर्व खिलाड़ियों को इस बात के लिए दोषी ठहराया कि उन्होंने युवा पीढ़ी के लिए कोई विरासत नहीं छोड़ी। एक टीवी शो में उन्होंने कहा, "मैं 1990 के दशक में खेलने वाले क्रिकेटरों का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट के लिए कोई बड़ा खिताब नहीं जीता। 1996, 1999 और 2003 के वर्ल्ड कप में हार गए।"

पाकिस्तान क्रिकेट की कठिनाइयाँ

हफीज ने 1999 वर्ल्ड कप फाइनल में पाकिस्तान की करारी हार का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौर के सुपरस्टार खिलाड़ी भी टीम को प्रेरित करने में असफल रहे। हालांकि, 2007 में पाकिस्तान टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा लेकिन हार गया। फिर 2009 में यूनिस खान की कप्तानी में टी20 वर्ल्ड कप जीतकर टीम को नई प्रेरणा मिली।

2017 चैंपियंस ट्रॉफी की जीत

हफीज ने आगे कहा कि 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक प्रेरणादायक क्षण था। उन्होंने बाबर आजम को लेकर कहा, "आज बाबर आजम को युवा खिलाड़ी अपना आदर्श मानते हैं, भले ही उन्होंने उस टूर्नामेंट में कोई बड़ा प्रदर्शन नहीं किया हो, लेकिन उनकी उपस्थिति ने उन्हें प्रेरणा दी।" हफीज का मानना है कि 1990 के दशक के दिग्गज क्रिकेटर भी इतनी प्रतिभा होने के बावजूद पाकिस्तान के लिए कोई ICC ट्रॉफी नहीं जीत सके।

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